Header Ads Widget

कहानियां: आम जनता के लिए राजनीति एक गंभीर समस्या

आज के वक्त की राजनीति और पूराने दौर की राजनीति को देखकर चले तो उसमें जमीन-आसमान का अंतर नज़र आता है। हाल यह है कि राजनीतिक पार्टियां चुनावों के वक्त बड़े-बड़े वादे करके लोगों के कीमती वोट हासिल करने में माहिर हो गई है। लेकिन जब एक बार सरकार बन जाए तो वहीं आम जनता आंखो में खटकने लगती है, ताकि उनकी किसी भी तरह की फरमाइश पूरी न करनी पड़ जाए। चुनावो के वक्त कितने तरह के वादे किए जाते है, मगर उन वादो पर कोई भी पार्टी सत्ता में आ जाने के बाद अमल नहीं करती। अगर राजनीतिक पार्टियों की बात की जाए तो पंजाब में कांग्रेस पार्टी ने सत्ता में आने से पहले मेनिफेस्टो लॉन्च करने के दौरान तमाम युवाओं को समार्ट फोन देने का वादा किया था। लेकिन आज तक नौजवान उस समार्ट फोन का इंतजार कर रहे है। लोगों को कई आशाऐं थी कि शायद अब पंजाब का और पंजाब के नौजवानों के जीवन में नया पन आएगा, मगर यह भी सिर्फ एक उम्मीद बनकर रह गई हैं। कुछ वक्त शराब एवं नशे के खिलाफ मोर्चा करने के बाद सबकुछ शांत हो गया है। इसलिए आज भी पंजाब एक नशा मुक्त राज्य नहीं बन पाया है। जिस तरह से 1951 के आसपास राजनीतिक पार्टियां आम जनता के लिए दिल से काम किया करती थी, उसी से आज हमारा देश इस मौकाम तक पहुंच पाया है। जबकि उस तरह का काम आज की राजनीति नहीं करती। आज की राजनीति केवल खुद के लिए ही की जाती है। आम आदमी के लिए केवल एक गंभीर समस्या के अलावा और कुछ भी नहीं है।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ