GSAT 30 Satellite Launched
GSAT 30 Launched |
जैसा कि आप सभी जानते है कि डिजिटल सिग्नल का प्रयोग लगातार बढ़ता जा रहा है और इस कारोबार में देश को नई दिशा देने के लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने संचार उपग्रह जीसैट-30 GSAT 30 को लांच कर दिया है। जीसैट-30 सेटेलाइट को 17 जनवरी की सुबह तड़के यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी से सफलतापूर्वक प्रक्षेपित कर दिया गया था। जीसैट-30 GSAT 30 को भारतीय समय के हिसाब से 2.35 बजे एरियन-5 रॉकेट के जरिए रवाना किया गया था और जीसैट-30 संचार उपग्रह इनसेट-4A Insat 4a की जगह लेने के लिए लगभग तैयार भी हो गया है। इनसेट 4A जो कि 83 डिग्री ईस्ट पर मिलता है उसे साल 2005 में लॉन्च किया गया था और पिछले साल 2019 में अपने 15 साल पूरे कर लेने के बाद बंद हो गया। लेकिन जैसा कि आप जानते है कि इनसेट 4ए से बहुत से टीवी चैनल्स का प्रसारण किया जाता है और किसी चैनल के सिग्नल में कोई दिक्कत न आए इसके लिए इसरो ने इनसेट 4ए की जगह इनसेट 4बी उपग्रह को दी है। वहीं अब कुछ ही वक्त में इनसेट 4बी को बदलकर इसका कार्य जीसैट-30 पर लोड कर दिया जाएगा। ताकि टीवी प्रसारण के साथ-साथ टेलीकॉम सेवा को बेहतर बनाने में मदद मिल सके।
GSAT 30 Launched |
GSAT 30 Launched
इसरो के मुताबिक जीसैट-30 उपग्रह केयू बैंड में भारत और उसके द्वीप, सी बैंड में खाड़ी देश, बड़ी संख्या में एशियाई देश और आस्ट्रेलिया को कवरेज प्रदान कर सकता है. जीसैट-30 की मिशन अवधि 30 साल की रहेगी और जीसैट उपग्रह डीटीएच, टेलीविजन अपलिंक और वीसैट सेवाओं के लिए बेहतरीन संचार उपग्रह साबित होगा। जीसैट-30 उपग्रह 83 डिग्री पर मौजूद रहने वाला है जिससे यह साबित होता है कि यह उपग्रह डायरेक्ट टू होम डीटीएच सर्विस टाटा स्काई को अपनी सुविधा प्रदान करेगा, तो वहीं सी-बैंड में जो चैनल 83 डिग्री से अपलिंक किए जाते है उन्हे इसका फायदा मिलेगा।
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